Vacuum Circuit Breaker in Hindi के इस आर्टिकल में VCB Circuit Breaker का वर्किंग प्रिंसिपल, VCB के लाभ, गेरलाभ एवं एप्लीकेशन, Vacuum Circuit Breaker का मैंटेनैंस और उसके पार्ट्स के बारेमे जानकारी साजा की गयी हे। आशा हे ये आपके लिए मददगार होगी। इसके अतिरिक्त, भी कोई सवाल हे तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते हो।
Vacuum Circuit Breaker in Hindi
What is VCB ?
VCB का फुल फॉर्म Vacuum Circuit Breaker हे। किसी भी असामान्य स्थिति में या मेक एंड ब्रेक के समय में जो इलेक्ट्रिक आर्क जनरेट होता हे उसे बुझाने का माध्यम यहां वैक्यूम हे। इसीलिए, इसे VCB या ने Vacuum Circuit Breaker कहते हे। इसका उपयोग पावर स्टेशन,सबस्टेशन और इंडस्ट्रीज के VCB Panel में किया जाता हे। ये ब्रेकर 11kv से 33kv तक मीडियम वोल्टेज के लिए उपयोग किया जाता हे।
VCB में मूविंग और फिक्स कांटेक्ट होते हे जिसको स्थायी रूप से वैक्यूम के साथ सील कर दिया जाता हे। वैक्यूम को सील करने के कारण वहा ऑक्सीज़न की मात्रा नहीं रहती और इलेक्ट्रिकल आर्क जल्दी बुज जाता हे। इस ब्रेकर में वैक्यूम की डिग्री 10-7 से 10-5 टोर (टोर वैक्यूम का यूनिट) तक होती है। एयर और SF6 को बाद करे तो दूसरे माध्यम से ये ब्रेकर बहुत बेहतरीन तरीके से अपना काम करता हे।
- मीडियम वोल्टेज याने 11kv से 33kv तक VCB का उपयोग किया जाता हे।
- लो वोल्टेज याने 450volt के लिए Air Circuit Breaker का उपयोग होता हे।
- हाई वोल्टेज 33kv से ज्यादा का मूल्य के लिए SF6 ब्रेकर का उपयोग होता हे।

Vacuum Circuit Breaker working principle
Vacuum Circuit Breaker जो असामान्य स्थिति में सर्किट ब्रेक करता हे। और हमारी जरूरियात के मुताबिक हम सर्किट को ओपन और क्लोज कर सकते हे। VCB में मुख्य काम वैक्यूम का हे। वैक्यूम के बोतल में कोन्टक्ट मेक एंड ब्रेक होते हे। ऊपर का कॉन्टेक्ट फिक्स होता हे। और निचे के कॉन्टेक्ट मूविंग होते हे,जो कमांड मिलने पे मेक एंड ब्रेक होता हे।
Circuit breaker में Vacuum Interrupter की बोतल में ऑक्सीज़न की वैल्यू नहीं होती। इसीलिए,वहा आर्क जनरेट नहीं होता। या दूसरे शब्दों में कहे तो बहुत कम होता हे। आर्क Metal के ionization के कारण होता हे। और ये कांटेक्ट के मटेरियल पे भी आधार रखता हे। पर वैक्यूम दूसरे इंसुलेटिंग मटेरियल की तुलना में बहुत अच्छा माध्यम हे।
आर्क के समय में मेटालिक वेपर, Electrons और ions उत्पन्न होता हे। इसमें उत्पन्न होने वाली आर्क को वैक्यूम से बुजा दिया जाता हे। इसकी dialectical strength भी बेहतर हे। इसीलिए, ये ब्रेकर दूसरे की तुलना में बेहतर माना जाता हे।
VCB में ओवर लोड, शोर्ट सर्किट, अर्थ फ़ौल्ट, अंडर-ओवर वोल्टेज के अतिरिक्त भी प्रोटेक्शन रहते हे। जो किसी भी असामान्य स्थिति में इलेक्ट्रिक सर्किट को सुरक्षा प्रदान करता हे।
VCB Breaker Function
- Vacuum Circuit Breaker में क्लोजिंग सर्किट, ट्रिपिंग सर्किट, इंडिकेटिंग सर्किट, स्प्रिंग चार्जिंग सर्किट होती हे।
- क्लोजिंग सर्किट में क्लोजिंग कोइल को कमांड मिलता हे जिसे ब्रेकर क्लोज होता हे।
- ट्रिपिंग सर्किट में शंट कोइल को सप्लाई मिलता हे जो ब्रेकर को सर्किट से अलग करता हे।
- स्प्रिंग चार्जिंग सर्किट में ब्रेकर की स्प्रिंग चार्जिंग मोटर को सप्लाई मिलता हे जिसे ब्रेकर की स्प्रिंग चार्ज होती हे। स्प्रिंग चार्ज मैन्युअल हैंडल से भी कर सकते हे।
- इंडिकेटिंग सर्किट – VCB की इस सर्किट में ब्रेकर की मौजूदा स्थिति क्या हे वो दर्शाता हे। इसमें ब्रेकर ON’ OFF’ TRIP’ TRIP Circuit Healthy’ और ब्रेकर टेस्ट और सर्विस पोजीशन में हे ये दर्शाता हे।
- Auxiliary कॉन्टेक्ट – Circuit Breaker में कुछ NO और NC कॉन्टेक्ट रहते हे। जो कंट्रोलिंग और इंटरलॉक के लये उपयोग किया जाता हे।
- Counter – जो ब्रेकर के ऑपरेशन को काउंट करता हे। वैसे VCB में 1000 से 1200 ऑप्रेशन कर सकते हे।
- Indicator – सर्किट ब्रेकर टेस्ट या सर्विस पोजीशन में हे,स्प्रिंग चार्ज या डिस्चाज हे और ब्रेकर क्लोज या ओपन हे ये स्थिति देख सकते हे।
Vacuum Interrupter –
जो आर्क में अवरोध उत्पन्न करता हे,उसे Interrupter कहते हे। इसकी बनावट सिरामिक इंसुलेटर के अंदर स्टील का आर्क चैम्बर रहता हे। जिसमे वैक्यूम होता हे। फिक्स और मूविंग कांटेक्ट ओपन और क्लोज होते हे। इसमें वैक्यूम प्रेशर अमतौर पर 10-6 bar होता हे।
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Advantages of Vacuum Circuit Breakers
1- VCB ब्रेकर के ओप्रशन में किसी भी तरह गैस या केमिकल का उपयोग नहीं होता। इसीलिए, ये pollution Free सर्किट ब्रेकर हे।
2- Vacuum Circuit Breaker इंडोर एंड आउटडोर दोनों टाइप के मिलते हे। हमारी जरूरियात के मुताबिक हम लगा सकते हे।
3 – VCB ब्रेकर के नंबर ऑफ़ ऑपरेशन 1000 से 1200 हे जो दूसरे की तुलना में बहोत ज्यादा हे।
4 – इसका मेंटेनेंस बहुत कम रहता हे। वैसे साल में एक बार प्रिवेंटिव मेंटेनेंस किया जाता हे।
5 – Vacuum Circuit Breaker का operation बहुत आसान तरीके से हो सकता हे। और कीमत में भी सस्ता रहता हे।
Disadvantages of Vacuum Circuit Breakers
1 – Vacuum Circuit Breaker का उपयोग सिर्फ 36kv तक ही किया जाता हे।
यदि इससे ज्यादा वोल्टेज के लिए उपयोग करना हे तो अलग से वैक्यूम interrupter लगाना पड़ता हे।
2 – वैक्यूम Interrupter की बनावट के लिए बहुत अच्छी टेक्नोलॉजी की जरुरत पड़ती हे।
3 – यदि किसी कारण वश वैक्यूम रिलीज़ हो जाता हे तो पुरा ब्रेकर बिना काम का हो जाता हे। इसे रिपेरे करने के लये बहार भेजना पड़ता हे।
Application of VCB
1- VCB High speed स्विचिंग के लिए बहुत कारगर हे। इसीलिए, इंडस्ट्रीज अप्लीकेशन में ये बहुत अच्छा विकल्प हे।
2 – लॉ फाल्ट इंटरप्शन कैपेसिटी वाले ब्रेकर में Vacuum Circuit Breaker दूसरे ब्रेकर की तुलना में बेहतरीन कार्य क्षमता दिखता हे।
3 – VCB Economically भी समान क्षमता वाले ब्रेकर से कीमत में सस्ता होता हे।
4 – Circuit Breaker में मेंटेनेंस और समस्या न के बराबर हे। इसीलिए, ये ज्यादा प्रचलित हे।
5 – 11kv से 33kv के मीडियम वोल्टेज के लिए ब्रेकर की कार्य क्षमता, ब्रेकर के ऑपरेशन,रखरखाव एवम कीमत दूसरे ब्रेकर की तुलना में Vacuum Circuit breaker ही आगे रहता हे। इसिलए इसका उपयोग लगभग हर इंडस्ट्रीज में होता हे।
Maintenance OF VCB
- – सम्बंधित डिपार्टमेंट से अनुमति लेकर ब्रेकर को isolate करके रैक आउट किया जाता हे।
- – VCB का सामने का कवर और टर्मिनल कवर को ओपन किया जाता हे।
- – Circuit Breaker का पावर कांटेक्ट CRC 2-26 स्प्रे से साफ किया जाता हे।
- – Vacuum Circuit Breaker के कंट्रोल कॉन्टेक्ट्स और मूविंग पार्ट्स को CRC 2-26 स्प्रे लगाते हे। और कपडे से साफ किया जाता हे।
- – Vacuum Circuit Breaker में हरेक लिमिट स्विच, Aux. स्विच एवं मैकेनिजम के नट बोल्ट की टाइटनेस चेक करे।

- – डस्ट प्रूफ ग्रीस ((ISOFLEX TOPAZ) हरेक मूविंग पार्ट्स और मिकेनिजम पे ब्रश से लगाया जाता हे।
- – कंट्रोल और पावर कांटेक्ट की टाइटनेस चेक की जाती हे।
- – Interrupter के ऊपर का बोल्ट ध्यान रखके हाथ से ही टाइट किया जाता हे। यदि ज्यादा टाइट होता हे तो ये डैमेज हो सकता हे।
- – Circuit Breaker की मिकेनिजम,बेस प्लेट और रेक इन आउट का लास्ट कवर की जांच करनी चाहिये।
- – काउंटर रीडिंग एंड स्टेटस, क्लोजिंग ट्रिपिंग कोइल, स्प्रिंग चार्जिंग मोटर एवं एन्टी पम्पिंग कॉन्टैक्टर की चाज कर लेनी चाहिये।
- – VCB में CT और PT की स्थिति की जांच करे और कनेक्शन टाइटनेस करे।
- – VCB Circuit Breaker में अर्थिंग स्विच एवं शटर को लुब्रीकेंट करे।
- – टेस्ट और सर्विस पोजीशन में ब्रेकर के ऑपरेशन किया जाता हे। एवं हरेक स्थिति के साथ इंडिकेशन लैंप की भी जांच की जाती हे।
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good knowledge sir
Thank you very much dear
SCS kay hai?
Aap bahut aachi jankari sher karte hai sir
thankyou sir
Sir vcb ki maximum ratting 830 amp tk hoti h or acb ki jada hoti h kyu kya reasion h iski ratting kam hone ka
Vikas,
vcb ki capacity sirf 830amp. tak hi nahi hoti isase jyada bhi hoti hai jaise ki 1250amp. 1600amp. ham apni requiement ke hisab se le sakte hai .